कच्चे तेल के दामों में उबाल का असर दिखने लगा है. सरकारी क्षेत्र की देश की सबसे बड़ी ऑयल मार्केटिंग रिफाइरी कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के मुनाफे में बड़ी गिरावट आई है. वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के लिए नतीजों का एलान करते हुए आईओसी ने बताया कि चौथी तिमाही में उसका मुनाफा 4838 करोड़ रुपये रहा है जो बीते वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में 10,059 करोड़ रुपये से 52 फीसदी कम है. 2024 के पहले तीन महीने में कच्चे तेल के दामों में 16 फीसदी के करीब उछाल देखने को मिला है जिसके चलते मुनाफे में गिरावट आई है. आईओसी ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए अपने शेयरधारकों को 7 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देने का एलान किया है.
रेवेन्यू में गिरावट
रेग्यूलेटरी फाइलिंग में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने बताया कि चौथी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 3 फीसदी घटकर 2.19 लाख करोड़ रुपये रहा है जो कि बीते वित्त वर्ष के समान तिमाही में 2.26 लाख करोड़ रुपये रहा था. वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान ऑपरेशन से रेवेन्यू घटा है. पूरे वित्त वर्ष के दौरान रेवेन्यू 8,66,345 करोड़ रुपये रहा है जो कि इसके पहले वित्त वर्ष 2022-23 में 9,34,953 करोड़ रुपये रहा था.
डिविडेंड की घोषणा
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 7 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देने का फैसला किया है जो कि 10 रुपये फेस वैल्यू वाले शेयर का 70 फीसदी है. इससे पहले वित्त वर्ष के दौरान 5 रुपये प्रति शेयर अंतरिम डिविडेंड निवेशकों को दिया गया है जो कि ताजा एलान से अलग है. एजीएम में डिविडेंड देने की घोषणा के 30 दिनों के भीतर शेयरधारकों को पाइल डिविडेंड दे दिया जाएगा. डिविडेंड के भुगतान के लिए रिकॉर्ड तारीख बाद में तय किया जाएगा.
फिसला आईओसी का स्टॉक
मुनाफे में कमी के चलते आईओसी का शेयर आज के सत्र में गिरावट के साथ बंद हुआ है. बाजार बंद होने पर आईओसी का शेयर 4.47 फीसदी की गिरावट के साथ 168.85 रुपये पर क्लोज हुआ है. दिन के कारोबार के दौरान स्टॉक 179.80 रुपये पर जा पहुंचा था.