रिजर्व बैंक अन्य देशों में रखे सोने के भंडार को तेजी से वापस देश मंगा रहा है. इसके चलते विदेश में रखा भारत का सोना भंडार कम होकर 6 साल के सबसे निचले स्तर पर आ गया है. रिजर्व बैंक के आंकड़ों में ये बात सामने आई है.
अब देश से बाहर बचा इतना सोना
आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2024 में भारत के कुल सोना भंडार का 47 फीसदी हिस्सा देश से बाहर बचा हुआ था. यह दिसंबर 2017 के बाद अन्य देशों में रखे भारत के सोना भंडार का सबसे निचला स्तर है. रिजर्व बैंक ने बदले हालात में दिसंबर 2017 में ही सोने की खरीदारी को तेज किया था. अब सेंट्रल बैंक उनमें से ज्यादा से ज्यादा सोना देश में लाने की दिशा में काम कर रहा है.
पिछले महीने आया 100 टन सोना
अभी हाल ही में इससे जुड़ी एक खबर सुर्खियों में रही थी, जब रिजर्व बैंक ने ब्रिटेन से सोने की भारी-भरकम खेप को देश मंगाया था. उस मामले में ब्रिटेन से लगभग 100 टन सोना भारत आया है. उस समय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि विदेश से मंगाए जा रहे सोने के भंडार में कुछ भी अप्रत्याशित बात नहीं है. उनका कहना था कि कि अब देश में सोने के भंडारण की क्षमता का विस्तार हुआ है, इसी लिए विदेश से सोना वापस मंगाया जा रहा है.
ये कारण मानते हैं एनालिस्ट
हालांकि बाजार के जानकार आरबीआई गवर्नर की बात को पूरा सच नहीं मान रहे हैं. एनालिस्ट आरबीआई की इस बदली रणनीति को रूस-यूक्रेन युद्ध से जोड़कर देख रहे हैं. दरअसल रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने के बाद अमेरिका की अगुवाई में पश्चिमी देशों ने रूस के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध जैसे कदम उठाए. उसके साथ ही अमेरिका व उसके सहयोगी देशों ने रूस की विदेशी संपत्तियों को जब्त किया. रिजर्व बैंक ऐसे किसी भी हालात के लिए पहले से तैयार रहना चाहता है, ताकि किसी भी स्थिति भारत की संपत्तियों पर किसी अन्य देश का नियंत्रण न रहे.
रिजर्व बैंक के पास इतना सोना
रिजर्व बैंक ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने की रणनीति के तहत पिछले कुछ सालों में रिकॉर्ड सोना खरीदा है. अभी मार्च तक के आंकड़ों के अनुसार, रिजर्व बैंक के पास भंडार में 822 टन से ज्यादा सोना है. उसमें से 53 फीसदी हिस्सा अब देश में ही भंडारों में रखा गया है. कुछ साल पहले तक यह हिस्सा काफी कम था. सितंबर 2021 में रिजर्व बैंक का सिर्फ 39 फीसदी सोना भारत में रखा था.