
((नयाभारत सितेश सिरदार लखनपुर सरगुजा))–
राज्य सरकार ने खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के लिए किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी किये जाने की नीति घोषित कर दिया है इस वर्ष 15 नवम्बर से लेकर 31 जनवरी 2026 तक किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जाने घोषणा की गई है। शासन द्वारा बनाये निर्धारित मानदंडों के अनुसार प्रति एकड़ 21 किविन्टल धान खरीदी की जायेगी। धान खरीदी कम्प्यूटरीकृत एवं पारदर्शी होगी । ब्लाक क्षेत्र में लखनपुर, लहपटरा,(अमेरा) कुन्नी,(लोसगा) जमगला, चांदो, निम्हा, अमलभिठ्ठी, बनायें गये उपार्जन केन्द्रों में पंजीकृत किसानो के धान खरीदी किये जायेंगे। टोकन के आधार पर धान की खरीदारी होगी। राशि भूगतान सीधे किसानों के बैंक खातों में होगी। धान के गुणवत्ता और नमी की परख आद्रता मापी यंत्र से की जायेगी। इन नियमों के आधार पर धान खरीद की जायेगी। कटाई मिसाई कार्य में लेट लतीफ होने कारण समितियों में धान की आवक नहीं हुई है। जिससे किसी भी समिति में बोहनी नहीं हुआ है। विडम्बना है कि समर्थन मूल्य पर धान खरीदी किये जाने की निर्धारित तिथि से ठीक पहले समितियों के कर्मचारी अपने मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करने बैठ गये है। ऐसे हालत में शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने धान खरीदी के लिए ग्राम सचिवों, कृषि विभाग पशु विभाग सहकारिता तथा अन्य दूसरे विभागों के कर्मचारियों को लगा रखे हैं। ताकि समितियों में पंजीकृत किसानो से धान खरीदी किये जाने में किसी प्रकार की अड़चनें न आये। लेकिन अटकलें लगाई जा रही है कि व्यवस्था में कुछ कमियां सामने आ सकती है। चर्चा यह भी है जिन विभागों के कर्मचारियों को धान खरीदी में लगाऐ गये हैं वे धान खरीदी काम नहीं करना चाह रहे हैं।
सहकारिता विभाग के कर्मचारी और शासन आमने-सामने हैं और इसका नतीजा क्या निकलेगा वक्त आने पर ही मालूम हो सकेगा। फिलहाल धान खरीदी की नियत तिथि के दो दिन बीत जाने के बाद भी क्षेत्र के समितियों में साफ सफाई का अभाव बना हुआ है । जानकारी के मुताबिक लखनपुर क्षेत्र के किसी भी समिति में धान खरीदी नहीं हुई है।



