विभिन्न देशों में कारोबार करने के माहौल के बारे में बताने के लिए विश्व बैंक इस साल से नया सूचकांक जारी करने वाला है. वर्ल्ड बैंक अभी तक इसके लिए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रिपोर्ट जारी करता था. अब उसकी जगह बिजनेस रेडी रिपोर्ट (B-READY) जारी की जाएगी, जिसमें बेहतर प्रदर्शन के लिए भारत ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है.
अब विश्व बैंक लाएगा बिजनेस रेडी रिपोर्ट
विश्व बैंक की पहली बिजनेस रेडी रिपोर्ट इस साल 25 सितंबर को लॉन्च होगी. यानी रिपोर्ट आने में अभी पूरे 5 महीने का समय बचा हुआ है. हालांकि भारत सरकार चाहती है कि विश्व बैंक की इस नई रिपोर्ट में देश को उचित स्थान मिले. इसे ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने अभी से तैयारियां तेज कर दी है. केंद्र सरकार के स्तर पर आगामी रिपोर्ट के मद्देनजर बैठकों का सिलसिला शुरू हो चुका है.
इस तरह से तैयार की जाएगी रिपोर्ट
विश्व बैंक की बिजनेस रेडी रिपोर्ट अभी तक हर साल आने वाले ईज ऑफ डूइंग बिजनेस इंडेक्स की जगह लेगी. इस रिपोर्ट में दुनिया भर की विभिन्न प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में कारोबार करने की स्थितियों व निवेश करने के माहौल के बारे में बताया जाएगा. इसे कंपनियों से जुड़े विभिन्न नियमों को ध्यान में रखकर बनाया जाएगा. रिपोर्ट से पता चलेगा कि किसी देश में नई कंपनी बनाना या कंपनी का परिचालन करना कितना आसान है.
भारत सरकार का है ये प्रयास
भारत सरकार देश को दुनिया भर के कॉरपोरेट के सामने सबसे आकर्षक निवेश गंतव्य के रूप में पेश करने का प्रयास कर रही है. सरकार का प्रयास है कि दुनिया की तमाम बड़ी कंपनियां भारत में निवेश करें. इससे स्थानीय स्तर पर न सिर्फ मैन्युफैक्चरिंग में तेजी आ सकती है, बल्कि सरकार के आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है. साथ ही देश में बेरोजगारी की समस्या को बड़ी हद तक दूर किया जा सकता है. यही कारण है कि भारत सरकार विश्व बैंक की इस रिपोर्ट को गंभीरता से ले रही है.
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में भारत का स्थान
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (कारोबार सुगमता) की रिपोर्ट (2019) में भारत को 190 देशों में 63वां स्थान मिला था. उससे 5 साल पहले 2014 में भारत की रैंकिंग 142 थी. यानी 5 साल में भारत ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की लिस्ट में 79 पायदानों की लंबी छलांग लगाई थी. इससे पहले फरवरी में सरकार ने बताया था कि देश में कारोबार व निवेश को सुगम बनाने के लिए डीपीआईआईटी विभिन्न प्रयास कर रहा है.