देश में पहली बार ‘करिश्मा’ होने जा रहा है. मेट्रो के ट्रैक पर ‘तूफानी ट्रेन’ को दौड़ाने की तैयारी की जा रही है. अभी तक अलग-अलग श्रेणी की ट्रेनों के लिए अलग-अलग ट्रैक बिछाने पड़ते हैं, लेकिन अब एक ही ट्रैक पर दोनों श्रेणियों की ट्रेनों को चलाया जाएगा. इससे दो-दो ट्रैक नहीं बिछाने होंगे, साथ ही यात्रियों को भी सुविधा होगी. आइए जानें ये ‘करिश्मा’ कहां होने जा रहा है
मेरठ का परतापुर मेट्रो स्टेशन दो प्लेटफॉर्म और चार रेलवे ट्रैक के साथ एक अनोखा मेट्रो स्टेशन होगा. मेरठ मेट्रो के अंतर्गत बनाए जा रहे इस स्टेशन पर मेरठ मेट्रो ट्रेन रुकेगी. ‘तूफानी ट्रेन’ यानी नमो भारत ट्रेन इस स्टेशन के बीच के ट्रैक से पास हो जाएगी.
परतापुर स्टेशन को मेरठ में स्थानीय मेट्रो सेवा के लिए तैयार किया जा रहा है. इस स्टेशन में ग्राउंड, कॉनकोर्स और प्लेटफॉर्म, तीन लेवल होंगे. परतापुर से मेट्रो ट्रेन संचालित होने से आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों की यात्रा आसान हो जाएगी. परतापुर से अगर किसी यात्री को दिल्ली पहुंचना है तो उसे मेरठ साउथ से नमो भारत ट्रेन मिल सकेगी. देश की ‘स्पोर्ट्स सिटी’ से मशहूर मेरठ में मेट्रो ट्रेन संचालित होने से आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की दिल्ली-गाजियाबाद महानगरों तक पहुंच सुगम और सुलभ हो जाएगी.
देश में ऐसा पहली बार होगा कि यात्री रीजनल रेल जैसी हाई-स्पीड व मेट्रो का इस्तेमाल एक ही प्रणाली पर कर पाएंगे. ये दोनों ही ट्रेन एक ही इन्फ्रास्ट्रक्चर पर संचालित होंगी. यह करिश्मा देश में पहली बार होगा.
मेरठ साउथ से मोदीपुरम डिपो तक 23 किलोमीटर सेक्शन पर मेरठ मेट्रो संचालित होगी, जिसके लिए कुल 13 स्टेशन बनाए जा रहे हैं. इनमें मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी, मेरठ सेंट्रल, भैंसाली, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी, दौरली, मेरठ नॉर्थ, मोदीपुरम और मोदीपुरम डिपो शामिल हैं. एनसीआरटीसी ने दिल्ली-मेरठ के बीच नमो भारत आरआरटीएस व मेरठ मेट्रो को जून-2025 तक संचालित करने का लक्ष्य रखा है.