Home मध्यप्रदेश गगन पर सुखोई और मिराज और धरा पर जनता के बीच शिवराज

गगन पर सुखोई और मिराज और धरा पर जनता के बीच शिवराज

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का यह कहना कि मैं सरकार नहीं परिवार चलाता हूँ, आज भोपाल की सड़कों पर चरितार्थ होता दिखाई दिया। वायु सेना की 91वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में भोपाल के बड़े तालाब पर हुई मल्टी एयर क्राफ्ट फ्लाई-पास्ट को देखने लगभग पूरा शहर उमड़ पड़ा था। मुख्यमंत्री श्री चौहान कार्यक्रम से निवास वापस लौटे तो उनका काफिला भारी भीड़ के कारण बहुत धीमा चल रहा था और वाहन के दोनों ओर से मामा जी और भैया के स्नेहमयी स्वर सुनाई दे रहे थे। जनता के प्यार और अपनत्व के वशीभूत मुख्यमंत्री श्री चौहान वाहन से बाहर आये तो बेटियों, बहनों और युवाओं ने उन्हें घेर लिया, कोई उनके साथ सेल्फी लेना चाहता था तो कोई उनका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहता था और कई युवा अपने मुख्यमंत्री से हाथ मिलाने के लिए आतुर नजर आये। मुख्यमंत्री श्री चौहान भी सब की इच्छाओं का सम्मान करते हुए बोट क्लब पर काफी दूर तक अपने परिवार की लाड़ली बहनों-बेटियों, भाईयों और भांजों के साथ पैदल चले। लगभग यही स्थितिनिवास से राजकीय विमानतल जाते समय भारत भवन के कुछ आगे भी निर्मित हुई।

मुख्यमंत्री श्री चौहान को अपने बीच पाकर भोपालवासी गर्व और हर्ष से आल्हादित थे। मुख्यमंत्री ने भी अपने परिवारजनों के स्नेह व आत्मीयता के बदले उन्हें दुलार व सम्मान दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान के चारों ओर नारों और स्नेह भरे संबोधनों के साथ ऊर्जा व जोश से भरे यह क्षण मुख्यमंत्री श्री चौहान तथा उनकी प्रिय जनता के लिए आनंद और गौरव के क्षण थे। वायु सेना की 91वीं वर्षगांठ पर भोपाल के गगन पर सुखोई और मिराज के शौर्य और भोपाल की धरा पर मुख्यमंत्री के प्रति जनता का प्यार और लगाव का अद्भूत इन्द्रधनुषी संयोग नजर आ रहा था।